RRB NTPC: रेलवे की परीक्षा को लेकर आंदोलित छात्रों का ग़ुस्सा ! जानिये क्या थी वजह?
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RRB
NTPC: रेलवे की
परीक्षा को लेकर आंदोलित छात्रों का ग़ुस्सा ! जानिये क्या थी वजह?
गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर पटना के 'भिखना पहाड़ी' इलाक़े में काफ़ी गहमागहमी रही. रेलवे की परीक्षा देने वाले छात्रों और पुलिस के बीच दूसरे दिन भी झड़प हुईं. पुलिस ने
जहाँ छात्रों पर बेरहमी से डंडे बरसाए, वहीं
छात्रों ने भी पलटवार करते हुए पत्थर और रोड़े फेंके
। कई पुलिसकर्मी भी छात्रों की
ओर से किए गए इस जवाबी हमले में घायल हुए हैं. पुलिस ने क़रीब आधा दर्जन
प्रदर्शनकारी छात्रों को गिरफ़्तार भी किया गया साथ ही साथ
बिहार के
दूसरे ज़िलों से रेलवे की संपत्ति को नुक़सान पहुँचाए जाने की ख़बरें और तस्वीरें
सामने आई। आरा से जहाँ रेल कोच के जलाए जाने की तस्वीरें आ रही हैं, वहीं नवादा से ऐसी तस्वीरें आ रही हैं कि वहाँ
प्रदर्शनकारियों ने डायनेमिक टेम्पिंग एक्सप्रेस मशीन को ही आग के हवाले ही कर
दिया। प्रदर्शन की आंच बिहार से निकलकर पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश को भी सुलगाने
लगी है।
उत्तर
प्रदेश में प्रयागराज समेत कई जगहों से छात्रों की ओर से रेल रोकने की कोशिश की।
समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, रेलवे ने हिसंक विरोध-प्रदर्शन के बाद एनटीपीसी और लेवन वन
परीक्षाओं को निलंबित कर दिया है। रेलवे ने प्रदर्शनकारी छात्रों की शिकायत की
जाँच के लिए एक समिति भी बनाई है।
आख़िर क्यों कर रहे हैं प्रदर्शन?
रेलवे ने साल 2019 में ऐन चुनाव (लोकसभा चुनाव) के वक़्त एनटीपीसी के माध्यम से 35,308 पोस्टों के लिए और ग्रुप डी के लिए लगभग एक लाख तीन हज़ार पोस्टों के लिए आवेदन मंगाया। फ़रवरी-मार्च में छात्रों ने फ़ॉर्म भरा. अप्रैल-मई में नई सरकार बन गई।जुलाई तक परीक्षा लेने की संभावित तारीख़ दी गई थी। लेकिन साल 2019 में परीक्षा नहीं ली जा सकी। पटना के भिखना पहाड़ी मोड़ पर प्रदर्शन कर रहे हज़ारों छात्रों में से अमरजीत भी एक थे। अमरजीत इस पूरे मामले में छात्रों का पक्ष रखते हुए कहते हैं, "साल 2021 में परीक्षा हुई और साल 2022 में CBT-1 (NTPC) का रिज़ल्ट जारी किया गया। उस वक़्त नोटिफ़िकेशन में यह बात लिखी गई थी कि रेलवे बोर्ड CBT-1 (NTPC) में 20 गुना रिज़ल्ट देगा, लेकिन इन्होंने एक छात्र को पाँच जगह गिना। इससे यह तो हुआ कि छात्र को 20 गुना रिज़ल्ट दिया। लेकिन वास्तविकता में रेलवे बोर्ड ने मात्र 10-11 गुना रिज़ल्ट दिया है।रेलवे प्रदर्शनकारियों को कर सकती है आजीवन प्रतिबंधित
इस पूरे प्रदर्शन पर और रेलवे पर धांधली के आरोप पर रेल मंत्रालय ने प्रदर्शनकारी छात्रों को ही चेतावनी दी है. रेल मंत्रालय ने एक सार्वजनिक नोटिस में कहा कि "यह संज्ञान में आया है कि रेलवे की नौकरी के इच्छुक उम्मीदवार रेलवे पटरियों पर विरोध-प्रदर्शन, ट्रेन संचालन में व्यवधान, रेलवे संपत्तियों को नुक़सान पहुँचाने जैसी उपद्रवी/ग़ैर क़ानूनी गतिविधियों में संलिप्त हुए हैं। इस तरह की गतिविधियां उच्चतम स्तर की अनुशासनहीनता प्रदर्शित करती हैं जो ऐसे उम्मीदवारों को रेलवे की सरकारी नौकरियों के लिए अनुपयुक्त बनाती है। रेल मंत्रालय ने उस नोटिस में यह भी आगे लिखा है कि ऐसी गतिविधियों के वीडियो की विशेष एजेंसी की मदद से जाँच कराई जाएगी और ग़ैरक़ानूनी गतिविधियों में संलिप्त पाए जाने वाले उम्मीदवार पर पुलिस कार्रवाई के साथ-साथ उन्हें रेलवे की नौकरी प्राप्त करने से आजीवन प्रतिबंधित भी किया जा सकता है। ट्वीटर पर चल रहा ट्रेंड
वही दुसरी ओर ट्विटर पर उत्तर प्रदेश में #justiceforstudent का ट्रेंड भी चल रहा है.जिसमे कांग्रेस पार्टी के राहुल गाँधी ने भी टट्वीट कर इसके सामर्थ में सामने आये है ।
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