Breaking News

सरकारी दफ्तरों में संविधान की प्रस्तावना के प्रदर्शन की मांग

सम्बंधित लोकप्रिय ख़बरें

0 comments, 2022-09-30, 717228 views

उच्चतम न्यायालय ने शुक्रवार को उस याचिका पर विचार करने से इनकार कर दिया, जिसमें केंद्र, राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को संविधान की प्रस्तावना को स्थानीय भाषाओं में सार्वजनिक स्थानों और सरकारी कार्यालयों में बंधुत्व की भावना को बढ़ाने के लिए प्रदर्शित करने का निर्देश देने की मांग की गई थी।न्यायालय ने कहा कि ऐसा सरकार को करना है। शीर्ष अदालत ने कहा कि कुछ तो सरकार पर छोड़ दिया जाना चाहिए कि इस पर कैसे अमल किया जाए।न्यायमूर्ति एस के कौल और न्यायमूर्ति ए एस ओका की पीठ ने महाराष्ट्र निवासी याचिकाकर्ता को बताया, “कुछ लोग वास्तव में उद्यमी होते हैं। निर्वाचित हो जाइए और यह कीजिए। यह जगह इसके लिए नहीं है।”

याचिका अधिवक्ता एम.आर. शाह के जरिये दायर की गई थी। याचिका में सार्वजनिक स्थानों और सरकारी कार्यालयों में स्थानीय नागरिकों द्वारा समझी जाने वाली भाषाओं में भाईचारे की भावना और स्वतंत्रता, समानता और धर्मनिरपेक्षता के विचारों को बढ़ाने के लिए प्रस्तावना की सामग्री प्रदर्शित करने का अधिकारियों को निर्देश देने की मांग की गई थी।





UPPatrika
आस्था पाल
यूपी पत्रिका डेस्क
और न्यूज़ पढ़ें

0 Comments

सम्बंधित लोकप्रिय ख़बरें

Leave a comment

Your email address will not be published, all the fields are required.


Comments will be shown after approval .

पोल   करें

AJAX Poll Using jQuery and PHP

X

Loading...