अवैध तेल बनाने वाली कंपनी को प्रशासन ने दी 'चोट'
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हाथरस : ज्वाइंट मजिस्ट्रेट प्रेमप्रकाश मीणा ने अवैध रूप से संचालित एक दर्द नाशक तेल बनाने वाली फैक्ट्री में छापा मारकर भारी मात्रा में अवैध रूप से नकली तेल बनाने का मैटीरियल पकड़ा है। ज्वाइंट मजिस्ट्रेट ने फैक्ट्री को सील कर दिया है।
आपकी बतादें हाथरस के मोहल्ला रमनपुर में पीपल चौक पर IDC मास्टर आयल नामक दर्द नाशक तेल बनाने की फैक्टरी संचालित हो रही थी जिसजे बारे में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट प्रेमप्रकाश मीणा को जानकारी मिली थी कि इस फैक्ट्री में वर्षों से अवैध रूप से नकली दर्द नाशक तेल बनाया जा रहा है। शिकायत पर कार्यवाही करते हुए ज्वाइंट मजिस्ट्रेट ने फैक्ट्री पर छापेमारी की।
छापेमारी के दौरान फैक्ट्री में दर्दनाशक तेल बनता हुआ पाया गया। इस दौरान भारी मात्र में बना हुआ तेल और उसको बनाने का रौ मेटेरियल बरामद हुआ जिसका लाइसेंस भी वर्ष 2014 तक ही वैलिड था। लाइसेंस के नवीनीकरण का प्रूफ वे नहीं दिखा पाए। इसके अतरिक्त फैक्ट्री मालिक जिस ब्रांड का तेल बना रहे थे उसका कॉपी राईट का प्रमाणपत्र भी नहीं दिखा पाए। तेल की सप्लाई दिल्ली एरिया में बताई जाती है पर जिस हिसाब से रो मेटेरियल पाया गया.
उस हिसाब से इसकी सप्लाई अन्य राज्यो में भी होती होगी,एक शीशी की कीमत 145 रुपये है, जिसके चलते ज्वाइंट मजिस्ट्रेट ने फैक्ट्री को सील कर दिया है और फैक्ट्री मालिक को वैध प्रमाणपत्र प्रस्तुत करने के लिए सात दिन का समय दिया गया है। अगर वे इन सात दिनों में आवश्यक प्रमाणपत्र प्रस्तुत नहीं कर पाते हैं तो फैक्ट्री को स्थाई रूप से सील कर दिया जाएगा और वैधानिक कार्यवाही की जाएगी।
छापेमारी के दौरान फैक्ट्री में दर्दनाशक तेल बनता हुआ पाया गया। इस दौरान भारी मात्र में बना हुआ तेल और उसको बनाने का रौ मेटेरियल बरामद हुआ जिसका लाइसेंस भी वर्ष 2014 तक ही वैलिड था। लाइसेंस के नवीनीकरण का प्रूफ वे नहीं दिखा पाए। इसके अतरिक्त फैक्ट्री मालिक जिस ब्रांड का तेल बना रहे थे उसका कॉपी राईट का प्रमाणपत्र भी नहीं दिखा पाए। तेल की सप्लाई दिल्ली एरिया में बताई जाती है पर जिस हिसाब से रो मेटेरियल पाया गया.
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दीपा सिंह
यूपी पत्रिका डेस्क
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